TASK

संस्था का नाम - समता चेरीटेबल ट्रस्ट।

 

जागरिक का  नाम - पटेल जयश्री प्रवीणभाई और राठौड़ निराली ईश्वर भाई।

 

टास्क का नाम - CRC1B1

बाल अधिकार वाइल्ड कार्ड ब्रोंज टास्क

आपने मार्ग दरसक की सहायता से अपने राज्य के बच्चो के सौदागिरी के बारे में जाने और इस्पे एक लेख लिखिए।

 

नेशनल चाइल्ड राइट कमिसन की वेबसाइट को देखने पर हमें वह कोई डाटा नहीं मिला मगर यूट्यूब पर जाने पर ये जानने मिला की सूरत में राजस्थान के दक्षिण विभाग के १३६ बच्चे सीता नगर एरिया में लाये गए है राजस्थान की पुलिस ने और नेशनल बल आयोग के सेलेन्द्र पांडेय के सहयोग से यह स्टिंग ओप्रशन किया गया और उन बच्चो को चाइल्ड लॉबोरिंग के लिए लाया गया था और दूसरा किस्सा है के छोटे उदयपुर के हॉस्पिटल में बच्चो को बच देने का कार्य निजी अस्पतालों द्वारा किया जा रहा था लिम्बायत और मिथिखादि में से ज्यादा बच्चे मिसिंग होता है सालाना ४००-५०० बच्चे लापता हो जठर है जो की मिलते नहीं है ट्रैफिकिंग में बच्चो को चाइल्ड लॉबेर क रूप में इस्तिमाल किया जाता है जिसमे घर के कम फैक्ट्री में कम और भीख मंगाई जाती है या बंध्या मजदुर के रूप में कम लिया जाता है लड़कियों को देह व्यापर में धकेला जाता है जिनको तरह तरह की यातनाओ का सामना करता पड़ता है बिच में सूरत के १७ बच्चे मिल गए थे जिनका पुलिस द्वारा डीएनए टेस्ट किया गया था जिनको ७ साल पहले रेलवे सटशन से उठा लिया गया था उनके माता पिता की खोज चालू है इनसे वो लोग भीख मंगाते थे चोरी करवाते था अगर उनके माँ बाप मिलते है तो उनका डीएनए टेस्ट करा क उनको सोप दिया जाये गए और जिनके माँ बाप नहीं मिलते उनको सर्कार क द्वारा बनाई गई संस्था के द्वारा संभाला जायेगा।