STORY OF SRISTY

सृष्टी कुमारी क्लास 11 की छात्रा है जो जमुई जिले के  गरसंदा   पंचायत की   रहने वाली है और इस  बार वो  आओ जागरिक बने में हमारी जागरिक पेयर है जिसे जमघट के दौरान एक टास्क दिया गया  था की अपने पड़ोस में किसी स्त्री - पुरुष की पहचान कीजिये , जिसकी शादी कम उम्र में  गयी थी | इसक असर किस तरह उनकी सेहत , शिक्षा तक पहुच ,वितीय  स्थिति और रोजगार के अवसरों पर  पड़ा , इसका अनुभव बताइए | अपनी सिख को स्कूल ,असेम्बली / सरपंच / बाल पंचायत /सम्बंधित प्रभारी के सामने प्रस्तुत करे | तो उसने बताया की उसके समुदाय में लीलावती नाम   की एक लड़की है जिसकी शादी कम उम्र में हो गयी थी जिससे उसे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा उसकी पढाई  बीच में ही रोक दी  गयी  और उसे शारीरिक रूप से भी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा जैसे की कम उम्र में बच्चे हो जाना और कम उम्र  में शादी के दौरान उसका बच्चा भी स्वस्थ नही है , और बीमार पर जाता है और वो रोजगार के अवसरों में भी भाग नही ले ले पा रही है और कम उम्र में शादी होने के कारण वो अपनी शिक्षा भी पूरी नही कर पाई जिससे उसे अच्छे रोजगार नही मिल पा रहे जिससे की वो आगे बढ़ सके इस पुरे अनुभव को उसने अपने स्कूल के बच्चो के साथ एवम अपने साथियों के साथ साझा किया ,सभी ने  मिलकर अपने स्कूल में बाल - विवाह के बारे में चर्चा किया एवम अपने समुदाय में सभी को बाल -विवाह को लेकर जागरूक किया और उसने और उसके सभी साथियों ने निर्णय लिया की वो ग्रेजुएशन के बाद ही शादी करेंगे और अपने परिवार को बाल - विवाह से होनेवाले समस्यायों के बारे में भी बताएँगे | सृष्टी ने कहा की जागरिक से जुड़कर उन्हें बहुत सी जानकारिया मिली की भारत के नागरिक होने के नाते उनके अधिकार - कर्तव्य क्या क्या है वो जागरिक का हिस्सा बनकर एवम आओ जागरिक बने में शामिल होकर बहुत खुश है |