Story of Change: Banwari Dangi

Banwari Dangi

बनवारी दांगी कक्षा 9वी 1 सेक्शन हाई स्कूल ग्राम चाटूखेड़ा का छात्र है जिसको जमघट के दौरान टास्क दिया गया कि 5 नए दोस्त बनाईये जो अलग जाति धर्म वर्ग क्षेत्र का हो उन्हें एक बैठक परिचर्चा के लिए अपने घर पर आमंत्रित करें परिचर्चा का विषय होगा-क्षेत्र में आपसी भाई चारे की कौनसी चुनोतियाँ है और उन्हें हल करने क्या तरीके है।

बनवारी ने आज जमघट के दौरान जमघट साथियों के साथ अपना अनुभव को साझा किया बनवारी द्वारा प्रजेंटेशन के दौरान बताया कि में छोटे से गाँव का रहने वाला हूँ और वहाँ पर चार पांच अलग अलग जाति के लोग रहते हैं जो आपस मे किसी के यहाँ आते जाते नही यहाँ तक कि कोई भी नीची जाति काहे जाने वाले लोगों को उनके घर पर आने तक नही देते। गांव में इन जातियों ने आपसी बोल चाल भी कम ही है। ऐसे में बनवारी ने साथियों को बताया कि मैने गाँव के सभी समुदाय के एक एक मेरी उम्र के ही लड़के को आपसी भाईचारे की बात बताई और दोस्त बनाया। जिसमे वर्मा बैरागी दांगी विश्वकर्मा वाल्मीकि समुदाय के पाँच दोस्तो को घर पर बुलाया सभी साथियों के साथ घर बैठकर गाँव मे छुआछूत भाईचारे को लेकर बात की और सभी को गांव और आसपास जाती-धर्म के नाम पर में फेल रही अराजकता को लेकर चर्चा की गई। सभी सभी मेरी बात से सहमत हुवे लेकिन एक दो साथियों ने बताया कि घर के बड़े लोग अपनी बात नही मानेंगे तो क्या करेंगे पांचों साथी मिलकर पांचों के घर पर अलग अलग गए और आपसी भाईचारे छुआछूत पर चर्चा की गई। सभी को जिसके घर गए वही पर अच्छे से बिठा कर चाय पिलाई और परिजनों से इस विषय पर चर्चा की तो सभी के परिजन काफी खुश हुए।

बनवारी में बताया कि मेरे पापा मम्मी ने मुझसे यह पूछा कि यह सब किसने करने को बोला तो ऐसे में बनवारी के द्वारा परिजनों को बताया कि अभी हमारे स्कूल में संविधान को लेकर मौलिक कर्तव्य और अधिकारों पर जाग्रीक खेल खिलाया जा रहा है यह कार्य उसीके टास्क का हिस्सा है जिसमे यह करने का मुझे बोला गया। इस पूरी घटना में परिजनों के द्वारा बच्चे को बोला कि यह पहली बार ऐसा कुछ हो रहा है यह बहुत अच्छा है। बनवारी ने जमघट के साथियों को बताया कि मुझे जब पहली बार टास्क मिला था तब मुझे अच्छा नही लगा था और मेरी इच्छा भी नही हुई ही कि गांव में मेरी कोन सुनेगा लेकिन में जब गांव में गया और मेने यह सब किया तो सोचा अगर यही में पहले कर पाता तो काफी कुछ सीखने को मिलता और गाँव मे सब भाईचारे से रहते।